Mutual Fund: अभी के समय में म्युचुअल फंड में निवेशकों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और काफी सारे लोग निवेश की मात्रा में काफी ज्यादा बढ़ोतरी कर रहे हैं। बैंक बाजार की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत में म्युचुअल फंड का औसत 10 साल का रिटर्न 20% दे रहा है और अभी के समय में देश भर में निवेश करने की संख्या 4 करोड़ पार हो चुकी है यानी की चार करोड़ से भी ज्यादा लोग म्युचुअल फंड में निवेश करना पसंद कर रहे हैं।
लेकिन म्युचुअल फंड में निवेश करने से पहले काफी सारे लोग कई सारी गलतियां करते हैं जिनके बारे में आज हम बात करने वाले हैं कि अगर आप भी म्युचुअल फंड में निवेश करने की शुरुआत कर रहे हैं तो आपको इन गलतियों से दूर रहना है और इन गलतियों से कैसे बचाना है इसके बारे में भी बात करेंगे।
एक स्कीम में पूरा निवेश
अगर आप इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह सबसे पहला सबक होगा कि आप को अपनी सारी बचत एक जगह पर नहीं निवेश करना होगा खास करके म्युचुअल फंड जैसी स्कीम में बिल्कुल भी नहीं जहां पर रिटर्न अनुमान के हिसाब से चलाते हो यहां पर शेयर मार्केट के उतार चढ़ाव के यह अधीन होता है अगर आप निवेश की शुरुआत भी कर रहे हैं तो कम से कम आपको दो फंडों में निवेश जरूर करना चाहिए।
एक ही म्युचुअल फंड में निवेश करने पर आपको जोखिम अधिक रहता है ऐसे में अगर आप दो म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपको रिटर्न में फर्क देखने को मिलेगा इसीलिए आपको हमेशा अच्छे और दो से तीन म्युचुअल फंड में निवेश करना चाहिए।
किस तरह से लगाए पैसा
अगर आप म्युचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं तो आपको यह बात बहुत बारीकी से समझनी होगी कि आप भी स्कीम में पैसा लगा रहे हैं वह स्कीम किस प्रकार की है आपको शुरुआती समय में लार्ज कैप पर पैसा इन्वेस्ट करना होता है जिसमें आप कम जोखिम के साथ अच्छे रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं और धीरे-धीरे आप मल्टी कैप मिड कैप में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
अलग-अलग फंड हाउस चुने
अगर आप निवेश कर रहे हैं तो यह ध्यान रखना काफी ज्यादा जरूरी है आपको कभी भी एक ही फंड हाउस में अपनी सारी स्कीमों में तो पैसा नहीं लग रहे हैं यह चीज लंबी अवधि में आपके लिए ठीक साबित नहीं होगी किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में आपको काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है इसीलिए आपको हमेशा अलग-अलग तरह के फंड हाऊस में निवेश करना चाहिए।